Holi Kab hai 2024, भारत में कब है होली? जानिए होलिका दहन का मुहूर्त, तिथि

Holi Kab hai 2024 - भारत जैसे देश में यहां Holi तैयार को बड़े धूमधाम से बनाया जाता है. हर तरह के लोग इस त्यौहार का आनंद बड़ी धूमधाम से मनाते हैं क्या हिंदू, क्या मुस्लिम सभी इस त्यौहार का आनंद उठाते हैं.

होली Holi एक ऐसा त्यौहार है जिस के रंगों से कोई नहीं बच सकता, चाहे बच्चे हो यहाँ बूढ़े सभी Holi festival मे बहुत मजा करते है.

अगर आप साल 2024 में भी होली फेस्टिवल का आनंद उठाना चाहते हैं तो जानले की Holi Kab hai 2024 और किस दिन है और होली किस तारिक को हैं?

जैसे की आपको पता होगा वर्ष 2020-2021 मे Corona के चलते रगो में Government की तरह से प्रतिबंध लगा लिया था पर इस साल कोई कोरोना नही हैं इसलिए आप बिना डरे Holi festival का आनंद उठा सकते हैं.

Holi Kab Hai 2024 - गूगल भारत में होली कब हैं?

Holi एक पवित्र Festival है जिसे भारत के साथ Nepal देश भी Holi festival को अपनाता है पर 2024 में होली कब है इस बारे में बहुत कम लोगों को पता है अगर आप जानना चाहते हैं Holi kab hai तो जाने Holi इस साल March के महीने में आने वाली है.

होली कितनी तारीख को है? होली 2024 में मार्च महीने के 24 March और 25 March को मनाई जानी हैं.होली 2 दिन मनाने के पीछे बहुत बड़ा कारण है अगर आप जाना चाहते हैं कि इसके पीछे क्या कारण है तो इस post को पूरा जरूर पढ़ें. 24 मार्च को पूरा भारत छोटी होली जाने की होलिका दहन और 25 मार्च को बड़ी होली का आनंद उठा सकते हैं.
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Holi क्या है और होली क्यों मनाई जाती है -

होली एक पवित्र तैयार है जिससे पूरी दुनिया में मनाया जाता है इस दिन को बहुत से लोग खुशियों के दिन के नाम से भी जानते हैं क्योंकि होली के बाद सर्दी कम हो जाती है और गर्मियों की शुरुआत हो जाती है और भी बहुत से काम होली के बाद शुरू हो जाते है.

भारत में सब तैयार की तुलना में सिर्फ होली ही एक ऐसा Festival है जिसमें हंसी और खुशी का आनंद होता है भारत के साथ Nepal में भी इस Festival को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.

रंगों के इस त्यौहार को भारत में 2 दिन मनाया जाता है पहले दिन छोटी होली के नाम से और दूसरे दिन बड़ी होली के नाम से, छोटी और बड़ी होली दोनों के पीछे अलग अलग मतलब होता है.

 जैसे छोटी होली वाले दिन होलिका दहन (Holika Dahan) और बड़ी होली वाले दिन एक दूसरे के साथ रंगों में गुम हो जाते हैं.

 दोपहर तक होली का आनंद उठाने के बाद स्नान और विश्राम करने के बाद शाम को एक दूसरे के साथ फिर मिलते है और और खुशियां बांटते हैं यह है हमारा भारत यहां होली का आनंद इस तरह उठाया जाता है.

होली क्यों मनाई जाती है| Holi kyu manage jaate hai -

Holi बनाने के पीछे भी बहुत बड़ा अर्थ और कहानियां इसके पीछे छुपी हैं अगर आप जानना चाहते हैं होली क्यों बनाई जाती है.

तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें इस कहानी की शुरुआत कुछ समय पहले हुई जब भारत देश का एक राजा जिनका नाम हिरण्यकश्यप (Hiranyakashipu) था

हिरण्यकश्यप ने अपनी प्रार्थना से भगवान विष्णु को प्रसन्न किया जिसके बदले में भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप राजा को अमर होने का वरदान दिया जिसके बाद ही इस होली का पहला पड़ाव शुरू हुआ

हिरण्यकश्यप नाम का राजा जिसे वरदान मिलने के बाद कुछ समय बाद अपने ऊपर घमंड महसूस होने लगा कि वह मैं ही अब पूरे संसार का भगवान हूं. और अपनी प्रजा को बताने लगा कि अब से मैं हिरण्यकश्यप आज से तुम्हारा भगवान हूं आप सभी मेरी पूजा करेंगे इस तरह का घमंड राजा को होने लगा.

राजा का वरदान मांगने का उद्देश्य बस इतना था कि वह अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहता था दरअसल भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप राजा के भाई का वध कर दिया था

राजा का एक बेटा भी था यो अपनी आराधना और प्रार्थना सिर्फ भगवान विष्णु की ही करता था यही कष्ट राजा नहीं चाहता था पर एक दिन राजा ने अपने बेटे को पूछा कि  पुत्र आप सबसे ज्यादा किस पर विश्वास करते हो आगे से बेटे का जवाब आया. कि मैं सबसे ज्यादा भगवान विष्णु पर विश्वास करता हूं यह सुनते ही राजा को अधिक क्रोध आने लगा और राजा अपने बेटे को समझाने लगा कि अब से मैं तुम्हारा भगवान हूं.

 तुम सिर्फ और सिर्फ मेरी पूजा करोगे यह कहते ही आगे से जवाब आता है कि पिताजी यह मैं नहीं कर सकता में सिर्फ भगवान विष्णु पर विश्वास करता हूं और उन्हीं की पूजा करूंगा

यह कहते ही राजा को और अधिक क्रोध आने लगा और राजा ने अपने बेटे के प्रति एक योजना बनाई जिसमें किस तरह से अपने बेटे को मृत्यु की ओर धकेला जाए राजा ने तरह-तरह के विचार अपनाएं. जैसे कि जहरीले सांपों से कटवाना, हाथी के नीचे कुचलना ,पहाड़ से गिरा ना आदि सभी तरह के प्रयास करने के बाद भी राजा को सफलता हाथ नहीं आई.


फिर एक दिन राजा को एक और विचार मन में आया कि क्यों ना प्रजा के सामने मैं अपने पुत्र को जिंदा आग से जला दू जिससे प्रजा डरकर मेरी पूजा करने लगे, ऐसा करने के लिए राजा ने अपनी पुत्री का सहारा लिया 

राजा हिरण्यकश्यप (Hiranyakashipu) के बेटे और बेटी का नाम प्रहलाद (Prahlad) और होलिका (Holika) था 

Holika के पास एक शौल थी जो उन्हें भगवान से वरदान मांगने पर मिली थी शौल का उपयोग करके होलिका कभी भी आग से नहीं जला सकती थी. इसी का फायदा उठाने के लिए राजा हिरण्यकश्यप ने इस षडयंत्र को रिचा और षडयंत्र के अनुसार प्रहलाद जो राजा का बेटा था.

 उसे अपनी ही बहन की गोदी में बिठाकर जलती आग में बैठा दिया राजा को लगा कि होलिका को आग से किसी भी तरह का दृष्ट प्रभाव नहीं पड़ेगा पर असल में ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ ऐसा क्यों नहीं हुआ जाने के लिए पोस्ट को थोड़ा और पढ़ें.

क्योंकि होलिका को भगवान द्वारा वरदान दिया गया था की अगर तुम इस शौल को पहनकर आग में चलती हो, बैठती हो या कुछ भी करती हो तुम पर किसी भी तरह का आग का दृष्ट प्रभाव नहीं पड़ेगा राजा ने सभी प्रजा के सामने अपनी स्त्री और पुत्र दोनों को बैठा कर आग लगा दी ताकि प्रजा का कोई भी व्यक्ति राजा का अपमान ना करें.


षडयंत्र अनुसार आग लगने के बाद गोद में बैठे प्रहलाद भगवान विष्णु से प्रार्थना करने लगा जिससे भगवान विष्णु राजा के बेटे से प्रसन्न हुए इसके बाद तेज हवा का तूफान आने लगा.

 जिस कारण होलिका का शौल हवा के कारण उड़ गया होलीका आग में समा गई पर प्रहलाद भगवान विष्णु का भक्त था उस पर किसी भी तरह का आग की लपटों का असर नहीं पड़ा, और प्रहलाद सलामत आग से निकल गया पर उसकी बहन आग में समा गए इसी कारण बरसों से लेकर अभी तक माना जाता है की बुराई की हमेशा हार होती है और अच्छाई की हमेशा जीत.

इसीलिए Holi Festival मनाया जाता है होली से 1 दिन पहले होलिका दहन (Holika Dahan) होता है जिस दिन बुराई के अंत के लिए होली जलाई जाती है और अगले दिन होली को बड़े धूमधाम से अपने मित्रों के साथ खेली जाती है और खुशियां बांटी जाती हैं.

FAQ: Holi Kab hai Google 

 होली क्या है?

होली एक पर्व है जिसे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, इसमें रंग और खुशियाँ शामिल होती हैं। इसे भगवान विष्णु की कथा से जोड़ा जाता है।

होली कब है 2024 में?

 2024 में होली 24 और 25 मार्च को मनाई जाएगी। इससे पहले 24 मार्च को होलिका दहन होता है जिसमें बुराई को जलाया जाता है।

होली क्यों मनाई जाती है?

 होली का पर्व भगवान विष्णु की कथा से जुड़ा है, जिसमें बुराई का अंत होता है और अच्छाई की जीत होती है। यह खुशी और आनंद का मौका भी होता है।

 होली कैसे मनाई जाती है?

 होली में लोग रंग और पानी के साथ खेलते हैं, दोनों दिनों में होलिका दहन और रंगों का खेल होता है। लोग दोस्तों और परिवार से मिलकर खुशियाँ मनाते हैं।

निष्कर्ष:  होली कब हैं भारत में साल 2024 में 

Holi festival को आप और मैं बड़े धूमधाम से अपने मित्रों ,फैमिली, रिलेटिव के साथ बड़े आनंद के साथ खेलते हैं colour और Water colours का भरपूर आनंद उठाते हैं पर जैसे कि आपको पता है कोबिट का समय चल रहा है तो इसलिए होली खेलने के साथ अपनी और अपने दोस्तों की सेफ्टी का भी ध्यान रखें

Holi kab hai 2024 होली किस दिन है होली कौन से महीने में है सब Information इस पोस्ट की मदद से हासिल कर ली है अगर फिर भी आपके मन में होली कब है, होली मार्च में कब है, होली कितनी तारीख की है  में होली कब है  इससे संबंधित कोई भी सवाल हो.

तो मुझे कमेंट बॉक्स में अपना सवाल जरूर पूछें जिससे मैं जल्द से जल्द आपके पूछे गए सवाल का जवाब आप तक पहुंचा सकूं और अगर होली किस दिन है और होली किस तारीख को है पोस्ट पसंद आई होगी तो इससे शेयर जरूर करें अपने दोस्तों में तो यहां मैं अपना पोस्ट समाप्त करता हूं आपका पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!
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